रांची। कांग्रेस ने मंगलवार को कांग्रेस भवन में सात वादे-पक्के इरादे नाम से अपना घोषणा पत्र जारी किया। इसमें खास बात यह है कि कांग्रेस ने 10 लाख युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराने का वादा किया है। साथ ही 1932 आधारित स्थानीय नीति लाने के साथ सरना आदिवासी धर्म कोड को लागू करने का भी वादा किया है।
घोषणा पत्र में कांग्रेस के वादे, 1932 आधारित स्थानीय नीति के साथ सरना धर्म कोड व क्षेत्रीय भाषा संस्कृति का संरक्षण। दिसंबर से मंईयां सम्मान योजना के तहत 2500 रुपये सम्मान राशि। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय के गठन के साथ एसटी को 28, एससी को 12, ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने के साथ अल्पसंख्यक हितों का संरक्षण।
सात किलोग्राम प्रति व्यक्ति राशन और हर गरीब परिवार को 450 रुपये में गैस सिलेंडर। 10 लाख युवक-युवतियों को रोजगार और 15 लाख रुपये तक का पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा। राज्य के सभी प्रखंडों में डिग्री कॉलेज और जिला मुख्यालयों में इंजीनियरिंग, मेडिकल और यूनिवर्सिटी की स्थापना। सभी जिला मुख्यालयों में 500-500 एकड़ का बनाया जाएगा औद्योगिक पार्क।
-धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3,200 करने के साथ लाह, साल, बीज आदि के समर्थन मूल्य में 50 फीसदी तक की वृद्धि। इमली, महुआ, चिरौंजी व साल बीज के भी समर्थन मूल्य में 50 फीसदी तक की वृद्धि। कांग्रेस के प्रमुख संकल्प, मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए बनाया जाएगा प्रभावी कानून। कृषि कार्य के लिए मुफ्त बिजली और गरीब परिवारों को 250 यूनिट फ्री बिजली। जातिगत जनगणना कराया जाएगा। एकीकृत बिहार में जो एससी समुदाय सूचीबद्ध दे, उन्हें राज्य गठन के बाद सामान्य कर दिया गया उन्हें फिर से एससी का दर्जा दिया जाएगा। हो, मुंडारी, खड़िया, कुड़ूख और कुड़माली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाना।
एक साल के अंदर भरी जाएंगी सरकारी रिक्तियां। लैंड बैंक किया जाएगा रद्द। सीएनटी और एसपीटी कानूनों को सख्ती से किया जाएगा लागू। आदिवासियों की गैर-कानूनी भूमि हस्तांतरण की जांच एवं वापसी के लिए टास्क फोर्स का गठन कर भूमि सुरक्षा को सुनिश्चित किया जायेगा। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।
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